19 दिसंबर 2024/ महासमुंद/ राष्ट्रीय राजमार्ग-53 महानदी पुल के मुहाने पर सड़क की दोनों ओर कब्जा कर दुकानें संचालित की जा रही है, जिससे आए दिन छोटे-मोटे हादसे हो रहे हैं और बड़ा हादसा होने की हमेशा आंशका बनी रहती है। टोल प्रबंधन ( BSCPL ) ने लोगों की सुरक्षा और सड़क सुरक्षा मानक के तहत एनएच पर संचालित दुकानों को हटाए जाने रायपुर कलेक्टर-यातायात पुलिस , आरंग एसडीएम , तहसीलदार , आरंग थाना प्रभारी को कई बार पत्र लिखा है। बावजूद इसके दुकानों को अभी तक हटाया नहीं गया है। आप को बता दें कि एन एच 53 के चौड़ीकरण के दौरान महानदी के ऊपर महासमुंद-रायपुर जिला को जोड़ने के लिए पुल का निर्माण किया गया। जिससे वाहन चालकों और राहगीरों के लिए यात्रा सुगम हो सके। पुल निर्माण के बाद ही पुल के मुहाने पर (आरंग क्षेत्र) शुरूआत में ही इक्का-दुक्का फुटकर व्यवसायियों ने एन एच 53 पर गर्मी के दिनों में खीरा, ककड़ी, तरबूज और अन्य मौसमी फलों की अस्थायी दुकानें लगानी शुरू कर दी। समय बीतने के साथ ही यहाँ अब राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों ओर लगभग एक दर्जन से भी अधिक दुकानें संचालित हो रही है। इन दुकानों से खरीदी के लिए एन एच 53 के दोनों ओर लोग वाहनों को बेतरतीब खड़ा करते हैं और सड़क पर खड़े होकर खरीदी करते हैं जिससे अक्सर छोटे-मोटे हादसे हो रहे हैं और बड़ा हादसा होने की आशंका बनी रहती है।
टोल प्रबंधन कब्जा हटाने के लिए चार साल से कर रहा पत्राचार
कंपनी के प्रबंधक सेशू प्रसाद सांभरा ने बताया कि महानदी पुल के पास दोनों ओर सड़क किनारे कुछ लोगों द्वारा एनएच की जमीन पर कब्जा कर दुकानें संचालित की जा रही है। उक्त दुकानों की वजह से हाईवे की सड़क संकरी हो गई है जिससे आए दिन हादसा होता रहता है। दुकानों में सामग्री लेने के लिए हाईवे पर चलने वाले राहगीर अपनी वाहनों को सड़क किनारे खड़ी कर देते हैं, जो हादसे का कारक हैं। उक्त स्थान पर राहगीरों की सुरक्षा और हादसों को रोकना अतिआवश्यक है। उन्होने बताया कि 22 सितंबर 2021 को रायपुर कलेक्टर , एसपी , एसडीएम और तहसीलदार को एनएच पर हो रहे कब्जे को हटाने के लिए पत्र लिखा गया। बाद मे 3 मार्च 2024 को उक्त लोगों से दोबारा पत्र व्यवहार किया गया। पश्चात 19 अगस्त 2024 को थाना प्रभारी आरंग और तहसीलदार को पत्र लिखने के साथ लगातार स्मरण पत्र भेजा जा रहा है। बावजूद उक्त दुकानदारों द्वारा मार्ग से कब्जा नहीं हटाया जा रहा है। मार्ग में राहगीरों की सुरक्षा और उक्त स्थान पर हादसों को रोकने दुकानों को हटाया जाना जरूरी है।
अंधेरा होने पर अधिक खतरा
मालूम हो कि आरंग से महासमुंद की ओर आने से पहले महानदी पुल के मुहाने का रास्ता घुमावदार है। हाइवे पर तेज रफ्तार वाहन चलते हैं। ऐसे में पुल के मुहाने पर लगी दुकानें और ग्राहक सड़क पर खड़े रहते हैं जो कभी भी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है। खासकर देर शाम अंधेरा होने के समय यहाँ अधिक भीड़ रहती है जिससे बड़ी दुर्घटना की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता।