20 दिसंबर 2024/ महासमुंद/ कृषि को घाटे का सौदा समझने वाले लोगो को एक बार सरायपाली के ग्राम कुण्डापाली के उन्नत किसान बालमकुंद नायक से जरुर मिलना चाहिए। ये युवा किसान अपनी मेहनत व लगन से आज एक उन्नत किसान की श्रेणी मे शामिल हुआ है ।
कुण्डापाली के बालमकुंद नायक का बचपन से ही कृषि मे रुझान था । बालमकुंद के पिता भी एक किसान है । 32 वर्षीय ये युवा बैंक मे नौकरी करता था जिससे इन्हे 22 हजार रुपये प्रति माह मिलता था , जिससे ये युवा संतुष्ट नही था और कुछ स्वयं का काम करना चाहता था इसलिए इस युवा ने चार साल पहले नौकरी छोड़ दी और अपने डेढ़ एकड़ खेत मे लौकी , कुम्हडा , बोरो , करेला , शिमला मिर्च ,खीरा आदि लगाया । इस युवा किसान ने पानी का खपत कम हो इसलिए ड्रिप सिंचाई पद्धति को अपनाया । युवा किसान की मेहनत रंग लाई और सब्जी की अच्छी पैदावार ने बालमकुंद को लखपति बना दिया । ये किसान वर्तमान मे प्रति माह एक लाख और सालाना 14 से 15 लाख रुपये कमा रहे है । बालमकुंद ने न्यूज मंच को बताया कि युवा अगर जोखिम लेकर कुछ अच्छा कार्य करे तो सफलता अवश्य मिलेगी ,पर आज के युवा जोखिम उठाने से घबराते है । उन्होने कहा कि सब्जी की खेती करने का मुख्य कारण ये है कि ये नगदी फसल की श्रेणी मे आता है और कम लागत व मेहनत से अच्छा पैदावार मिल जाता है । सब्जी की मांग बाजार मे हमेशा बनी रहती है और साल भर मे दो- तीन फसल आसानी से लिया जा सकता है ।
बालमकुंद स्वयं स्वावलंबी बने साथ ही एक दर्जन से ज्यादा महिलाओं को भी रोजगार दिया
युवा किसान सब्जी के साथ नर्सरी भी लगा रखा है और दोनो कार्यो के लिए गांव के ही 14 से 15 महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराया है । रोजगार पाकर महिलाये खुश है । रुनी कंधेर , अर्चना कंधेर ने बताया कि पहले बिहान के तहत काम करते थे ,पर अभी बंद हो जाने के कारण बेरोजगार थी ,पर बालमकुंद ने हम लोगो को काम दिया है । प्रतिदिन 200 रुपये के हिसाब से 6 हजार रुपये मिल जाता है इसलिए रोजगार के लिए भटकना नही पड़ता ।
कलेक्टर ने युवा किसान की सराहना की
कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने बताया कि बालमकुंद नायक किसानो के लिए प्रेरणास्रोत है और इनका यह कार्य सराहनीय है।
गौरतलब है कि बालमकुंद आगे चलकर खरबूज , तरबूज आदि की भी खेती करेगे । बालमकुंद शासन के ड्रिप सिंचाई योजना का लाभ भी दो बार ले चुके है।