2 दिसंबर 2024/ महासमुंद स्थित सोहम क्रिटिकल केयर एंड मैटरनिटी अस्पताल के निदेशक डॉ. युगल चंद्राकर ने मरीजों की सुरक्षा और शीघ्र स्वस्थ होने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण सलाह दी है कि सभी वैकल्पिक (इलेक्टिव) सर्जरी ठंड के मौसम में कराई जानी चाहिए। ठंड के मौसम में बैक्टीरिया और वायरस की सक्रियता कम होने के कारण संक्रमण का खतरा भी काफी कम हो जाता है, जिससे सर्जरी के बाद घाव तेजी से भरते हैं।
डॉ. चंद्राकर ने बताया कि हर्निया, हाइड्रोसील, पाइल्स, फिशर और फिस्टुला जैसी वैकल्पिक सर्जरी, जिन्हें आपातकालीन स्थिति में नहीं किया जाता, ठंड के मौसम में कराना मरीजों के लिए अधिक सुरक्षित होता है। उन्होंने कहा, “सर्दियों में सर्जरी कराने से न केवल घाव जल्दी ठीक होते हैं, बल्कि मरीजों को एंटीबायोटिक्स और अन्य दवाओं की आवश्यकता भी कम होती है। इससे मरीजों की रिकवरी तेजी से होती है और अस्पताल में भर्ती रहने की अवधि भी घट जाती है।” उदाहरण के तौर पर हर्निया और हाइड्रोसील जैसी सर्जरी में, गर्मी के मौसम में घाव के संक्रमण का खतरा अधिक होता है, जबकि सर्दियों में यह जोखिम कम हो जाता है। पाइल्स, फिशर और फिस्टुला जैसी सर्जरी में भी सर्दी के मौसम में बेहतर परिणाम मिलते हैं। सोहम अस्पताल ने सर्दियों में इन सर्जरी के लिए विशेष व्यवस्थाएं की हैं, ताकि मरीजों को बेहतर और सुरक्षित उपचार मिल सके।अस्पताल प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि सर्जरी के बाद मरीजों की देखभाल में किसी प्रकार की कमी न हो। अनुभवी डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की टीम हर समय सेवा में तत्पर रहेगी। इसके अलावा, संक्रमण से बचाव के लिए अस्पताल में विशेष सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू किए गए हैं।
डॉ. युगल चंद्राकर ने कहा, “हमारा उद्देश्य मरीजों को संक्रमण रहित और सुरक्षित सर्जरी का अनुभव प्रदान करना है। सभी मरीजों से आग्रह है कि जो भी हर्निया, हाइड्रोसील, पाइल्स, फिशर, फिस्टुला जैसी सर्जरी की योजना बना रहे हैं, वे इसे सर्दी के मौसम में कराएं। इससे वे शीघ्र स्वस्थ होंगे और संक्रमण का खतरा भी नहीं रहेगा।” मरीज अपनी सर्जरी की जानकारी और अपॉइंटमेंट के लिए सोहम अस्पताल के हेल्पलाइन नंबर 8770428965 पर संपर्क कर सकते हैं। सोहम अस्पताल की यह पहल चिकित्सा क्षेत्र में मरीजों के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता और सुरक्षा सुनिश्चित करने का उदाहरण है।