04 जनवरी 2025/ महासमुंद/ करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट मे अब एक नाबालिग श्रमिक की दर्दनाक मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है । एक साल पहले ही शुरू हुए करणी कृपा स्टील एंड पावर प्लांट मे मौत दर मौत के बावजूद बिना किसी सुरक्षा के ही नाबालिग श्रमिकों से काम लेने का मामला सामने आया है । श्रम विभाग एवं औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा अधिकारी की घोर लापरवाही के चलते विभागीय जांच एवं रिपोर्ट पर नाबालिग श्रमिक की मौत ने बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है । अब श्रमिक के नाबालिग होने की जानकारी के बाद महासमुंद के विधायक श्रम विभाग के साथ करणी कृपा प्लांट प्रबंधन को दोषी बता रहे हैं वहीं कलेक्टर ने जांच एवं सख्त कार्रवाई के साथ मुआवजे का भरोसा दिलाया है ।
महासमुंद जिला मुख्यालय से मात्र 12 किलोमीटर की दूरी पर 1000 करोड़ की लागत से स्थापित करणी कृपा स्टील एवं पाॅवर प्लांट की शुरूआत 01 साल पहले ही हुई है । इस एक साल के अंदर ही इस प्लांट मे लगातार हादसे होते ही जा रहे हैं । इन हादसों मे कई गंभीर घायल होने के अलावा 3 मौते भी हो चुकी हैं । 01 मौत एवं गंभीर घायल की जानकारी दो माह तक छुपा कर रखी गई थी । अब ताजा मामला एक नाबालिग श्रमिक ( 18 वर्ष से कम ) अभिषेक बर्मा की मौत का आया है । मृतक नाबालिग श्रमिक अभिषेक को 08 फीट गड्ढे मे उतार कर कांक्रीट फैलाने का काम कराया जा रहा था , उसी समय कांक्रीट से भरा वाहन उसी गड्ढे मे गिर गया और दबने से नाबालिग श्रमिक की दर्दनाक मौत हो गई । मृतक श्रमिक अभिषेक बर्मा पहली बार मजदूरी करने आया था और पहले दिन ही बिना सुरक्षा के काम लेते समय उसकी मौत हो गई ।
प्रत्यक्षदर्शी ने बताया
मृतक श्रमिक के साथ मे काम करने गए दो अन्य नाबालिग श्रमिक समीर टंडन , ओमप्रकाश बंजारे ने बताया कि बिना सुरक्षा व्यवस्था के काम करा रहे थे और जब हादसा हुआ तो सारे लोग भाग गये ।
मृतक के भाई ने दोषियो पर कार्यवाही की मांग की
मृतक के भाई अनुराग बर्मा ने बताया कि आधार कार्ड के अनुसार मृतक की आयु 18 वर्ष से कम थी । भाई की दर्दनाक मौत हुई है । दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ।
विधायक एवं कलेक्टर ने मृतक के परिजनो को मुआवजा दिलाने व दोषियो पर कार्यवाही की बात कही
भाजपा विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा ने बताया कि अधिकारियों की लापरवाही है , वहीं कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने भी सख्त कार्रवाई और मुआवजा दिलाने का भरोसा दिलाया है ।
गौरतलब है कि नाबालिग श्रमिक की मौत के बाद श्रम विभाग एवं औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा अधिकारी ने प्लांट का निरीक्षण किया । साइट पर सुरक्षा इंतजाम की कमी पाए जाने पर साइट को सील कर दिया ,पर सवाल यह है कि पिछले साल भर से निरीक्षण मे नाबालिग श्रमिकों से काम एवं सुरक्षा इंतजाम पर ढिलाई क्यों की जा रही थी ?