14 अप्रैल 2025/ महासमुंद/ भारत रत्न एवं भारत संविधान के शिल्पकार डॉ. भीम राव अंबेडकर की 135 वीं जयंती एवं सामाजिक समरसता दिवस के अवसर पर जिला पंचायत के सभाकक्ष में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मोगरा पटेल शामिल हुई। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा दीप प्रज्वलन एवं डॉ. अंबेडकर की तैल्यचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। इस अवसर पर उपाध्यक्ष भीखम सिंह ठाकुर , कलेक्टर विनय कुमार लंगेह, जिला पंचायत अध्यक्ष एस. आलोक, अपर कलेक्टर रवि कुमार साहू, जनप्रतिनिधिगण एवं समाज प्रमुख व गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय एवं उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा का वर्चुअल संबोधन प्रसारित किया गया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने वर्चुअल संबोधन में कहा कि बाबा साहेब का सम्पूर्ण जीवन संघर्ष की अनुपम मिसाल है। डॉ. अम्बेडकर ने हमें ऐसा संविधान दिया है जो भारत को लोकतंत्र, समानता और न्याय की मजबूत नींव प्रदान करता है। उन्होंने निर्वाचित जिला पंचायत सदस्य एवं सरपंचों को बधाई और शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि 15 महीने की सरकार में अनेक विकास कार्य किए गए हैं। शपथ ग्रहण के तुरंत बाद 18 लाख प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किए गए, जिनमें से 14 लाख आवास पूरे हो चुके हैं। प्रधानमंत्री द्वारा एक ही दिन में 3 लाख आवासों में गृह प्रवेश कराया गया। राज्य सरकार की धान खरीदी को। महतारी वंदन योजना के तहत 70 लाख महिलाओं को लाभ दिया जा रहा है और जिनका नाम छूट गया है, उन्हें भी जोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री ने तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिए योजनाओं, रामलला दर्शन योजना, और मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मोदी जी की गारंटी को हमारी सरकार पूरा कर रही है। उन्होंने बताया कि “आवास प्लस प्लस’’ सर्वे ऐप के माध्यम से शुरू किया गया है, जिससे जिनके पास घर नहीं हैं, वे भी सर्वे करवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य को विकसित छत्तीसगढ़ बनाना हमारा लक्ष्य है।
कार्यक्रम को संबोंधित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मोगरा पटेल ने बाबासाहेब के विचारों और उनके संविधान में अतुलनीय योगदान को स्मरण करते हुए सामाजिक न्याय और समरसता के मार्ग पर बढ़ने का आव्हान किया। इस अवसर पर कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने कहा कि डॉ. अंबेडकर केवल संविधान निर्माता ही नहीं थे, बल्कि वे एक महान समाज सुधारक और शिक्षाविद् भी थे। उन्होंने हमें समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व का मार्ग दिखाया। आज का दिन उनके विचारों को आत्मसात करने का दिन है। कार्यक्रम में कलेक्टर द्वारा संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन कराया गया। जिसमें उपस्थित सभी लोगों ने समाज में जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के भेदभाव को समाप्त करने और समानता एवं भाईचारे को बढ़ावा देने की प्रतिज्ञा ली। इस दौरान उन्होंने मोर द्वार साय सरकार विशेष सर्वेक्षण पखवाड़ा (15 से 30 अप्रैल) के अंतर्गत चल रहे सर्वेक्षण कार्य की जानकारी लाभार्थियों तक पहुँचाने और योजना की पात्रता संबंधी जानकारी दी। साथ ही उन्होंने पंचायत राज दिवस (24 अप्रैल) में अटल पंचायत डिजिटल सुविधा केंद्र की जानकारी दी। इस दौरान भूजल संरक्षण हेतु जनजागरूकता बढ़ाने और जल संरक्षण का संकल्प भी दिलाया गया। कलेक्टर ने कहा कि अगर हर नागरिक वर्षा जल को संचित करे और अपने घर, स्कूल और कार्यस्थलों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाए तो आने वाले वर्षां में जल संकट से काफी हद तक बचा जा सकता है। ‘‘जल बचाएं, जीवन बचाए’’ं
कार्यक्रम में विभिन्न वर्गां के समाज प्रमुखों को जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं जनपद सदस्यों द्वारा शॉल, श्रीफल देकर सम्मानित किया गया।जिले से चयनित 60 ग्राम पंचायतों के सरपंचों और 42 सीएससी-वीएलई सेवा प्रदाताओं के मध्य एमओयू (सहमति पत्र) पर हस्ताक्षर किए गए।
