आशुतोष तिवारी/ हकीमुद्दीन नासिर/ 4 मई 2024 महासमुंद–10 वीं ,12 वीं के परिणाम घोषित होने के बाद छात्र- छात्राये तनाव ग्रस्त होकर किसी अप्रिय घटना को अंजाम न दे सके और ऐसे बच्चो की पहचान कर उन्हे तनाव मुक्त करने के उद्देश्य से शिक्षा व स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त तत्वाधान मे राष्ट्रीय मानिसक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत नवकिरण अकादमी मे एक कार्यशाला का आयोजन किया गया । जिसमे महासमुंद जिले के 186 शासकीय हाई व हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य , जिले के पांच बी ई ओ , पांच बी आर सी शामिल हुवे । कार्यशाला मे मनोचिकित्सक व शिक्षा विभाग के आला अधिकारी ने बच्चो के आचरण के अनुसार कैसे बच्चो की पहचान करे फिर उनके माता- पिता के सहयोग से कैसे उन्हे तनाव से मुक्त कर अप्रिय घटना होने से बचाये इन सभी बिन्दुओं पर विस्तार से बताया । उसके बाद ये प्राचार्य अपने स्कूल के दसवीं व बारहवीं के बच्चो की कांउसलिंग करके उनके माता-पिता के सहयोग से उन्हे तनाव मुक्त करेगे । शिक्षा विभाग के जिला शिक्षा अधिकारी मोहनराव सावंत एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा पी कुदेशिया ने बताया कि दसवीं व बारहवी के परीक्षा परिणाम आने के बाद ,जो बच्चे तनाव ग्रस्त हो सकते है ऐसे बच्चो की पहचान कर उन्हे तनाव से मुक्ति दिलाना ही इस एक दिवसीय कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य है । गौरतलब है कि इस वर्ष जिले के कुल 24497 छात्र- छात्राओ ने दसवीं व बारहवीं की परीक्षा दी है ।

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