आशुतोष तिवारी/ हकीमुद्दीन नासिर/ 27 मई 2024/ महासमुंद/ जिले में लगातार अवैध रेत उत्खनन और उसके परिवहन का मामला लगातार सामने आ रहा है, बावजूद, खनिज विभाग मूक दर्शक बना बैठा है। कल रात रेत का अवैध परिवहन कर रहे दो हाइवा को कोतवाली पुलिस ने पुलिस पेट्रोल पंप के पास रोका । परिवहनकर्ता के पास रेत परिवहन के कोई कागजात न होने के कारण उसे खनिज विभाग को सुपुर्द कर दिया।
बता दें कि जिले में धडल्ले से रेत का अवैध उत्खनन और उसका परिवहन हो रहा है,लेकिन इस पर नियंत्रण करने वाला विभाग मानों हाथ पर हाथ धरे बैठा है। इसी का परिणाम है कि जिले में इससे जुडे कारोबारियों के हौसले बुलंद है। हर रोज रेत घाटों से रेत का उत्खनन किया जा रहा है और उसका परिवहन जिले सहित आस-पास के जिलों में भी हो रहा है। रेत घाटों से अवैध रेत का उत्खनन की लगातार शिकायतों के बाद बीते 20 मई
को कोतवाली पुलिस ने अलग-अलग रेत घाटों पर छापामार कार्रवाई की। इस दौरान टीम को सिरपुर के ग्राम खमतराई रेत घाट में अवैध उत्खनन करते कुछ लोग मिले,जो पुलिस को देखकर भाग गए। खमतराई रेत घाट से पुलिस ने एक रेत भरी हाइवा और एक खाली हाइवा सहित एक चेन माउंटेन जब्त किया था। इसी क्रम में रविवार की रात कोतवाली पुलिस ने पुलिस पेट्रोल पंप के पास रेत से भरी दो हाईवा को रोका और परिवहनकर्ता से परिवहन संबंधी पीट पास व अन्य कागजात मांगे लेकिन चालक कोई भी कागज न दिखा पाया। जिसके बाद दोनों हाइवा को जब्त कर पुलिस ने खनिज विभाग के सुपुर्द कर दिया।
बता दें कि ग्राम बरबसपुर को छोड़ अन्य कोई वैध खदान फिलहाल जिले में संचालित नहीं है। नदी नालों से लगातार चोरी छिपे रेत अवैध तरीके से निकाली जा रही है। इससे वैध खदान संचालकों को भी हानि होने के साथ शासन को मिलने वाले राजस्व की भी हानि हो रही है। रेत उत्खनन से पंचायत को होने वाली राजस्व की हानि की परवाह किए बिना ग्राम समिति द्वारा अवैध उत्खनन के लिए मोटी रकम ली जा रही है। शिकायतों के बावजूद संबंधित विभाग मौन साधे हुए हैं।
इस संदर्भ मे कोतवाली प्रभारी मोनिका श्याम ने बताया कि ये लोग लचकेरा घाट से रेत लेकर आ रहे थे ,पर इनके पास कोई दस्तावेज नही थे इसलिए इन्हे पकड़कर खनिज विभाग के हवाले कर दिया गया ।