रोजगार नहीं तो करेंगे गेटबंदी खदानबंद चक्काजाम*
दीपका//कोरबा:-साउथ ईस्ट कोलफील्ड लिमिटेड एसईसीएल दीपका परियोजना से प्रभावित ग्रामीणों ने दीपका के जीएम कार्यालय के सामने दो दिनों से तंबू लगाकर रोजगार व अन्य मांगो के लिए दीपका प्रबंधन से मांग कर प्रदर्शन कर रहे हैं इनका कहना है कि पूर्व में एक सितंबर को मलगांव फेस पर तीन दिनों तक अनशन किया गया था प्रबंधन ने अनशन को यह कहकर समाप्त कराया कि लंबित रोजगार व अन्य मांग को एसईसीएल बिलासपुर हेड क्वार्टर से अग्रिम कार्रवाई कर रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा तब कहीं जाकर अनशन को समाप्त किया गया था प्रभावित ग्रामीण हमेशा की तरह एसईसीएल अपने आश्वासन को पूरा नहीं किया और धोखा ही मिला इसके बाद लंबित रोजगार व अन्य मांगों को लेकर सिलसिले वार एसईसीएल दीपका प्रबंधन ने बैठकें ली प्रभावित ग्रामीणों को बैठक में गोलमोल गुमराह जवाब देते रहे लेकिन लंबित रोजगार व अन्य मांगों को लेकर कोई सार्थक कार्यवाही नहीं हो पाया और आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ा । 11 सितंबर सोमवार को एसईसीएल दीपका जीएम कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया लगभग 2 घंटे प्रदर्शन के बाद जीएम दफ्तर के सामने ही तंबू लगाकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिये ।गौरवतलब है कि कोरबा जिले के प्रभावित किसानों की जमीनों को एसईसीएल अपने कोयला खदान खोलने के लिए अर्जित कर लिया जाता है कोयले से राष्ट्र के लिए बिजली व अन्य कामों के विकास कार्य किए जाते हैं साथ ही एशिया की सबसे बड़ी कोल माइंस गेवरा दीपका मेगा प्रोजेक्ट के नाम से जाना जाता है और यहां से राष्ट्र के विकास के लिए सबसे अधिक राजस्व की भागीदारी निभाई जाती है लेकिन कोरबा जिले के किसानों की विडंबना है कि जमीन देने वाले किसान आज भी अपने रोजगार व अन्य मांगों के लिए सड़कों पर संघर्ष कर रहें हैं अपने परिवार की रोटी के लिए तमाम तरह की लड़ाई एसईसीएल और जिला प्रशासन से मांग करते आ रहे हैं फिर भी विकास के नाम पर किसानों को सिर्फ लूट व धोखा ही मिला है ।प्रदर्शनकारी ग्रामीणों की मांग है कि एसईसीएल दीपका क्षेत्र द्वारा पूर्व में अधिग्रहित ग्रामों में रोजगार के लिए लागू नियमों का पालन कर सभी को रोजगार प्रदान किया जाए अर्जन के बाद जन्म लेने वाले आश्रितों को भी रोजगार दिया जाए पूर्व लागू 1988 के नियम में अर्जन के बाद जन्म लेने वाले आश्रितों के रोजगार नहीं देने कोई उल्लेख नहीं है पुराने प्रकरणों पर तत्काल कार्यवाही की मांग को लेकर सोमवार से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया गया है उनका कहना है कि इसके बाद भी मांग पूरी नहीं की गई तो वे क्षेत्रीय कार्यालय में गेटबंदी खदानबंद व चक्काजाम करने को बाध्य होंगे ।