आशुतोष तिवारी/ हकीमुद्दीन नासिर/ 22 मई 2024/ महासमुंद/ जिला मुख्यालय से 10 किमी दूर ग्राम मुढैना में डायरिया के प्रकोप से दो वार्डो के लोग प्रभावित है। पिछले 13 दिनों में 59 डायरिया पीडितों की पहचान हो चुकी है इनमें से लगभग डेढ दर्ज पीड़ितों का इलाज जिला अस्पताल व निजी अस्पतालों में चल रहा। वर्तमान मे जिला अस्पताल मे अभी 5 लोगों का इलाज जारी है शेष स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। जहां ग्रामीण डायरिया के प्रकोप से लगभग पांच दर्जन से ज्यादा लोगो को पीडित होने की बात कह रहे है ,वही स्वास्थ्य अमला स्थिति नियंत्रण मे बता रहा है ।आप को बता दे कि ग्राम मुढैना का वार्ड नं 7 और 8 जहाँ 100 से अधिक की आबादी निवास करती है ,ये सभी सतनाम भवन के पास लगे हैंडपंप के पानी का उपयोग पीने और निस्तारी के लिए करते है। 7 मई को अचानक इस वार्ड के 10-12 लोगों को उल्टी और दस्त की शिकायत हुई। दूसरे दिन भी उल्टी – दस्त के मरीज मिले । जिसके बाद इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी गयी । तब तक लगभग 20-25 लोगों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका था। पश्चात 8 मई को मितानिन यमुना कोसले ने इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दी । जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और 9 मई को स्वास्थ्य अमला सतनाम भवन में शिविर लगाया। यहाँ स्वास्थ्य विभाग के एक आर एम ए , दो आर एच ओ,एक सी एच ओ, एक- एक मेल और फीमेल सुपरवायजर तैनात है , जो लगातार पीडितों का इलाज कर रहे है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा दोनों वार्ड के तीन स्थानों के पानी का सेम्पल लेकर जांच के लिए भेजा था। जिनमे से एक हैण्डपंप मे डायरिया के किटाणु मिले है। उसके बाद से उस हैण्ड पंप को बंद कर दिया गया है और टैंकर से पानी की व्यवस्था की गयी है ।
ग्रामीण हेमलाल सिन्हा , लक्ष्मी नारायण साहू ने बताया कि 7 – 8 मई से डायरिया के मरीज मिलना शुरु हुवे । उसके बाद स्वास्थ्य विभाग यहाँ कैम्प लगाकर इलाज कर रहा है ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा पी कुदेशिया ने बताया कि डायरिया के 59 मरीजों की पहचान हुई है । वर्तमान मे स्थिति नियंत्रण मे है । जिस हैण्ड पंप से दूषित पानी आ रहा था उसे बंद करा दिया गया और शेष जल स्रोतो मे क्लोरोनेसन कराया गया है और वर्तमान मे रिपोर्ट निगेटिव हो गया है ।