31 अगस्त 2024/ महासमुंद/ जिले के नवजीवन अस्पताल मे इलाज के दौरान एक बच्ची की मौत के बाद मामला तूल पकड़ने लगा है । मृत बच्ची के परिजन अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुवे दोषी लोगो पर कार्यवाही के लिए तुमगांव थाने मे लिखित शिकायत दर्ज कराई है ।
दरअसल महासमुंद मुख्यालय से 12 किमी की दूरी पर स्थित नव जीवन अस्पताल तुमगांव मे वही के निवासी नेतराम धीवर 29 अगस्त को अपनी बच्ची अंकिता धीवर उम्र 6 वर्ष को दस्त व बुखार होने पर ले गये । अस्पताल मे उस समय कोई भी चिकित्सक मौजूद नही था । अस्पताल मे मौजूद नर्स व कंपाउडर ने बच्ची को भर्ती कर बिना चिकित्सक के ही इलाज शुरु कर दिया । नर्स व कंपाउडर के द्वारा बच्ची को ड्रिप व कुछ एंटीबायोटिक चढाया गया । उसके बाद कुछ ही देर मे बच्ची बेहोश हो गयी । बच्ची की स्थिति मे कोई सुधार होता न देख अस्पताल स्टाफ ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तुमगांव ले जाने को कहा । बच्ची का पिता सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर गये तो वहाँ के चिकित्सक ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया । उसके बाद परिजनो ने नगर पंचायत तुमगांव के उपाध्यक्ष को फोन कर सूचना दी । नवजीवन अस्पताल प्रंबधन ने उसके बाद बिना मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सूचना दिये अस्पताल बंद कर दिया। आक्रोशित परिजनो ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुवे तुमगांव थाना मे लिखित शिकायत की है ।
मृत बच्ची के पिता नेतराम धीवर ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुवे कार्यवाही की मांग की है ।
नगर पंचायत तुमगांव के उपाध्यक्ष पप्पू पटेल का कहना है कि अस्पताल प्रबंधन के लापरवाही के कारण बच्ची की मौत हुई है । जब हम अस्पताल पहुंचे तो वहां कोई जिम्मेदार चिकित्सक नही थे । ऐसे अस्पताल प्रबंधन पर कार्यवाही होना चाहिए ।
नवजीवन अस्पताल के प्रबंधन इस मामले मे कुछ भी बोलने से बच रहे है ।
इस पूरे मामले मे नर्सिंग एक्ट के नोडल अधिकारी डा छत्रपाल चन्द्राकर का कहना है कि चार डाक्टर की टीम गठित कर जांच की जा रही है । लापरवाही साबित होने पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जायेगी ।
गौरतलब है कि नवजीवन अस्पताल मे न ही किसी चिकित्सक का बोर्ड लगा है और न ही कोई समुचित व्यवस्था है । बहरहाल मृतक के परिजन मृत बच्ची को दफना दिये थे । पुलिस के संज्ञान मे आने के बाद पुलिस ने दफन किये बच्ची के शव को बाहर निकालवाकर पी एम के लिए भेज दिया है और मुख्यचिकित्सा अधिकारी ने चार चिकित्सको की एक टीम बनाकर जांच के आदेश दे दिया है । अब देखना होगा कि जांच मे क्या तथ्य निकलकर आता है और प्रशासन क्या कार्यवाही करता है
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