7 मार्च 2025/ महासमुंद/ जिले के बागबाहरा ब्लाक के सैकड़ों गांव के हजारों किसान खून के आँसू रोने को मजबूर हैं । बिजली विभाग की घोर लापरवाही ने किसानों की खड़ी फसल को चौपट कर किसानों की कमर तोड़ दी है । रबी फसल के सीजन के समय पिछले दो माह से हो रही बिजली कटौती के साथ लो वोल्टेज ने किसानों की फसल पूरी तरह से बर्बाद कर दी है । हजारो एकड़ मे लगे धान , गेंहू , उड़द , मूंग , तरबूज की फसल सिंचाई के अभाव मे मर चुकी है ।
महासमुंद जिले के बागबाहरा ब्लाक मे रबी सीजन के समय लगभग 19 हजार एकड़ मे धान , दलहन , तिलहन के साथ सब्जियों की फसल किसान लगाते हैं । इस साल भी किसान बड़ी संख्या मे रबी फसल ले रहे हैं , लेकिन बिजली कटौती के साथ लगातार लो वोल्टेज की समस्या ने किसानों की कमर तोड़ दी है । बोरवेल के भरोसे हो रही खेती मे सिंचाई के अभाव मे खेतों की जमीन मे दरारें पड़ चुकी हैं । फसलों की ग्रोथ समाप्त हो चुकी है । फसलो की कहानी खत्म हो चुकी है । किसानों की फसल सिंचाई के अभाव मे सूख चुकी हैं । पिछले दो महीने से रात-दिन लो वोल्टेज के चलते बड़ी लाइटें भी मोमबत्ती से कम रोशनी दे रही है । बागबाहरा ब्लाक मे रबी सीजन मे लगभग हजारों एकड़ मे लगी फसल लगभग आधा खराब हो गई है । परेशान किसान सैकड़ों की संख्या मे बिजली विभाग के खिलाफ धरना-प्रदर्शन और घेराव भी कर चुके हैं । अब निराश हो चुके किसान दिनेश कुमार , कृष्णा बरिहा ने बताया कि बिजली के कारण हमारी फसल बर्बाद हो गयी है ।
विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता व्ही बी एस कंवर ने बताया कि लो वोल्टेज की समस्या को दूर करने के लिए कोल्दा सब स्टेशन मे 3.15 MVA की जगह 5 MVA का ट्रासफार्मर लगाया गया है । बिजली की कटौती नही की जा रही है 18 घंटे बिजली देने का है दिया जा रहा है । लो वोल्टेज पर काम चल रहा है ।
गौरतलब है कि बरबाद हो चुके मजबूर किसानो का सवाल बहुत बड़ा है । अब बिजली विभाग अपनी व्यवस्था पूरी तरह सुधार भी ले , तब भी ये खत्म हो चुकी फसल वापस नहीं आ सकती और ना ही किसानो की मेहनत और बेकार मे गया पैसा वापस हो सकता है ।