27 मई 2025/ महासमुंद/ निर्माण एजेंसी के द्वारा भवन को हैण्ड ओवर करने के महज पांच महीने बाद ही यदि भवन के दीवारों मे दरारे आ जाये , छत सीपेज करने लगे तो निर्माण एजेंसी द्वारा कराये गये निर्माण के गुणवत्ता पर सवाल उठना लाज़मी है । ऐसा ही कुछ हाल है महासमुंद जिले के शासकीय आयुष पाॅलीक्लिनिक भवन का, जो हैण्ड ओवर होने के पांच महीने बाद ही भवन के दीवारों मे दरारे पड़ गयी और छत में सीपेज आने लगा , जिसकी शिकायत संबंधित विभाग के तत्कालीन विभाग प्रमुख ने अपने विभाग के संचालक को लिखित में की। उसके बाद संबंधित निर्माण एजेंसी लीपा- पोती कर अपनें जिम्मेदारी से इति श्री कर लिया ,पर भवन की दीवारो मे दरारे आज भी बरकरार है । इस भवन निर्माण को लेकर पूर्व पार्षद जहां गुणवत्ता विहिन होने का आरोप लगाते हुवे जांच उपरांत दोषियों पर कार्यवाही की बात कह रहे है , वही कलेक्टर जांच के बाद कार्यवाही का आश्वासन दे रहे है ।
महासमुंद नगर से सटे ग्राम खैरा मे शासकीय आयुष पाॅलीक्लिनिक के भवन का निर्माण ढाई करोड़ की लागत से निर्माण एजेंसी छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कार्पोरेशन लिमिटेड ( सी जी एम एस सी ) ने कराया और 29 नवंबर 2023 को उस वक़्त के तत्कालीन जिला आयुर्वेद अधिकारी ने भवन का हैण्ड ओवर लिया । हैण्ड ओवर के पांच महीने बाद ही आयुष पाॅलीक्लिनिक के चिकित्सा अधिकारी ने 20 अप्रैल 2024 को जिला आयुर्वेद अधिकारी को लिखित शिकायत कर बताया कि भवन की दीवारों में दरारें पड़ गयी है, सीलिंग से सीपेज हो रहा है , सभी वाटर टैप मे पानी का फ्लो कम है । जिसकी सूचना मौखिक रुप से इंजीनियर से करने के बाद भी समस्या ज्यों का त्यों बनी हुई है । अत: आपसे निवेदन है कि उक्त समस्याओं के निरावरण हेतु आवश्यक कार्यवाही करने की कृपा करें । आयुष चिकित्सा अधिकारी की शिकायत पर तत्कालीन जिला आयुर्वेद अधिकारी ने 23 अप्रैल 2024 को इसकी लिखित शिकायत विभाग के संचालक से की ,पर आज पर्यन्त तक समस्या बनी हुई है । भवन की दीवारों मे दरारे आज भी साफ तौर पर देखी जा सकती है । महासमुंद नगरपालिका के पूर्व पार्षद मनीष शर्मा ने बताया कि मै कुछ दिन पहले आयुष पाॅलीक्लिनिक गया था तो हमे भवन की दीवारों में दरार दिखी व छत सीपेज कर रहा था जिससे साफ पता चलता है कि भवन निर्माण के समय निर्माण एजेंसी ने गुणवत्ता का ध्यान नही रखा है । जिसकी जांच होनी चाहिए और दोषियों पर कार्यवाही होनी चाहिए ।
निर्माण एजेंसी छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कार्पोरेशन लिमिटेड ( सी जी एम एस सी ) के उप अभियंता लेखराज ठाकुर ने बताया कि कुछ इश्यू आये थे जिसे दूर किया गया था अभी भी इश्यू है तो दूर करने का प्रयास किया जायेगा ।
इस पूरे मामले मे कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने बताया कि हमारे संज्ञान मे अभी आया है । जिसकी जांच कराई जायेगी । अगर जांच मे संबंधित ठेकेदार दोषी पाया जाता है तो ब्लैक लिस्ट करने की कार्यवाही की जायेगी ।
गौरतलब है कि शासन ने वर्ष 2020-21 में छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कार्पोरेशन लिमिटेड ( सी जी एम एस सी ) को प्रदेश के आठ जिलो ( कोरबा , जांजगीर चांपा , महासमुंद , कांकेर , नारायणपुर , बीजापुर , कोरिया एवं दंतेवाड़ा )
मे आयुष पाॅलीक्लिनिक बनाने के लिए 20 करोड़ 40 लाख रुपये आवंटित किये थे । उसमे से एक महासमुंद जिले का भी आयुष पाॅलीक्लिनिक था । बहरहाल देखना होगा कि अब इस पूरे मामले के जांच रिपोर्ट क्या आती है और क्या कार्यवाही होती है जिसका इंतजार सभी को है ।