19 अगस्त 2025/ महासमुंद/ गणेश उत्सव इस वर्ष 27 अगस्त से शुरु होगा ,पर मूर्तिकार पिछले तुलसी पूजा से ही गणेश जी की प्रतिमा बनाने मे जुट गये है । इसी कड़ी में महासमुंद जिले के कुम्हारपारा निवासी मूर्तिकार रिंकू प्रजापति ने बताया कि उनका पूरा परिवार साल भर मूर्तियाँ बनाता है और जो उससे आमदनी होता है उसी से उनके परिवार का साल भर भरण पोषण होता है । ये लोग साल भर गणेश जी , दुर्गा जी , लक्ष्मी जी , विश्वकर्मा जी , शंकर जी आदि भगवान की प्रतिमा बनाते है । ये मूर्तिकार इको फ्रेण्डली मूर्तियाँ बनाते है । मूर्तियों को बनाने में मिट्टी , पैराकूटी एवं लकड़ी का इस्तेमाल करते है जिससे पर्व खत्म होने के बाद मूर्ति को घर के बाड़ी , गमले मे विसर्जित किया जा सकता है और उस मिट्टी में पौधा , फल , सब्जी आदि लगा सकते है । ये मूर्तिकार इस वर्ष 1100 छोटी – बड़ी गणेश जी की प्रतिमा बना रहे है , जिसका 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है । ये मूर्तिकार इस वर्ष 6 इंच से लेकर 10 फुट तक की गणेश जी की प्रतिमा बना रहे है । जिसकी कीमत 200 रुपये से शुरु होकर 45 हजार रुपये तक है । इनकी बनाई मूर्तियां अभनपुर , बिलासपुर, कोरबा , रायपुर , भिलाई , खरियार रोड़ उड़ीसा तक बिकने के लिए जाती है । जहां मूर्तिकार रिंकू प्रजापति ने बताया कि साल भर में तीन ,साढ़े तीन लाख की मूर्तियाँ अलग-अलग भगवान की बनाकर बेचते है ,जिसमें इन्हें 30 प्रतिशत लागत आती है बाकी इनकी मेहनत होती है ,वही इनकी मूर्तियाँ लेने आये व्यापारी रुपेश पटेल ने बताया कि इनके द्वारा बनाई गयी मूर्तियाँ अच्छी होती है ,जिसका दाम अच्छा मिल जाता है । गौरतलब है कि मूर्तिकार व व्यापारी दोनो को इस वर्ष अच्छा बाजार रहने की उम्मीद है ।