22 अगस्त 2025/ महासमुंद/ जिले के लगभग सभी शासकीय कार्यालयों में आज लगभग सन्नाटा पसरा हुआ है । ऐसा इसलिए कि छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के बैनर तले क्लास वन अधिकारी से लेकर चतुर्थ कर्मचारी 11 सूत्रीय मांग को लेकर एक दिवसीय धरना- प्रदर्शन पर बैठे है । इनकी मांग है कि मोदी की गारंटी अनुसार प्रदेश के कर्मचारियों एवं पेंशनरों को केन्द्र सरकार के समान देय तिथि से महंगाई भत्ता एवं महंगाई राहत दिया जावे , मोदी की गारंटी अनुसार वर्ष 2019 से लंबित डी ए एरियर्स की राशि कर्मचारियों के जीपीएफ खाते में समायोजित की जावें , प्रदेश के लिपिको , शिक्षको , स्वास्थ्य विभाग , महिला बाल विकास विभाग सहित विभिन्न संवर्गो की वेतन विसंगतियों को दूर करने पिंगुआ कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक किया जावे , प्रदेश मे चार स्तरीय पदोन्नत समयमान वेतनमान क्रमशः 8, 16, 24 , 32 वर्ष में दिया जावे , सहायक शिक्षको एवं सहायक पशु चिकित्सा अधिकारियों को भी त्रिस्तरीय समयमान वेतनमान दिया जावे आदि है । फेडरेशन के जिला संयोजक टेकराम सेन ने बताया कि 11 सूत्रीय मांगों को लेकर कर्मचारी जगत आंदोलित है। लेकिन हमारी जायज हक 2 प्रतिशत महंगाई भत्ता देकर सरकार वाहवाही लूट रही है।आंदोलन के द्वितीय चरण में आज प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन हो रहा है। यदि आगामी दिनों में हमारी मांगे नहीं मानी गयी तो फेडरेशन अनिश्चितकालीन आंदोलन के लिए बाध्य होगा । गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ कर्मचारी- अधिकारी फेडरेशन अपनी मांगो को लेकर 16 जुलाई को आंदोलन के पहले चरण मे कलम रख मशाल उठा प्रदर्शन कर चुका है ।