



12 नवबंर 2025/ महासमुंद/ वेतन वृद्धि की मांग को लेकर आज से जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक कर्मचारी संघ रायपुर के बैनर तले बैंक कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये है ।जिससे जिले भर के 16 सहकारी बैंक शाखाओं में ताला लटका रहा है। इधर हड़ताल के चलते यहाँ अपने काम से पहुंचे किसान परेशान नजर आये। बता दें कि वर्ष 2021 के बाद से सहकारी बैंक कर्मचारियों का वेतन वृद्धि की मांग लंबित है। तब से इन पांच सालों में कर्मचारियों ने अलग- अलग समय में अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर आंदोलन किया। बावजूद उनकी मांगो पर शासन द्वारा विचार नहीं किया गया। इसी मांग को लेकर बीते 29 अक्टूबर से कर्मचारी चरणबद्ध आंदोलन पर है और काली पट्टी लगाकर काम कर रहे थे। विगत 6 नवंबर को कर्मचारियों ने सामूहिक अवकाश लेकर लोहिया चौक पर एक दिवसीय धरना – प्रदर्शन कर प्रशासन को ज्ञापन सौंपा था कि अगर 11 नवंबर तक मांग नहीं मानी गयी तो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी थी। मंगलवार तक शासन द्वार मांग न माने जाने की स्थिति में आज जिले के सभी 16 शाखाओं में ताला लग गया, जिसके कारण किसानों को नगदी वितरण, रबी सीजन की तैयारी, खरीफ सीजन धान विक्रय का भुगतान, कृषि ऋण सहित समितियों के मॉनिटरिंग संबंधित कार्य व अन्य संबंधित कार्य प्रभावित रहा। बैंक के सामने धरना प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने बताया कि पिछले पांच सालों से एक सूत्रीय मांग को लेकर हम लगातार पांच सालों से आंदोलन कर रहे है पर शासन हमारी मांग पर गंभीरता से विचार नहीं कर रहा है। इधर बैंक बंद होने से किसान केवाईसी, राशि निकासी, नया खता खुलवाने व अन्य कार्य के लिए भटक रहे है। फिलहाल प्रदेश पदाधिकारियों से शासन स्तर पर चर्चा चल रही है। जैसे ही मांग पूरी होती है बैंक खुल जाएगे।
बैंक आये किसान भटकते रहे
किसान जीवनलाल साहू कोडार, हितेश्वर साहू तमोरा, सुकालू साहू मोंगरा, विष्णु कुर्रे लोहारडीह, ईश्वरी साहू परसकोल, जीवन लाल निषाद पटेवा, धासूराम तमोरा ने बताया कि धान की कटाई चालू है लेबर सहित हार्वेस्टर की कटाई का पैसा देना है।घरों में शादी विवाह और अन्य मांगलिक कार्य होना है जिसके लिए सब काम छोड़कर पैसा निकालने आये है पर बैंक बंद होने के कारण कोई काम नहीं हो पा रहा है। बैंक बंद होने से हमारा समय और काम दोनो प्रभावित हो रहा है।

