7 मई 2025/ महासमुंद/जिला एवं सत्र न्यायालय महासमुंद में डिजिटल स्कैनिंग सेंटर अर्थात डिजीडाईजेशन केन्द्र का शुभारंभ किया गया। उद्वघाटन कार्यक्रम वर्चुअल रूप से मुख्य अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति माननीय न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा की गरिमामयी उपस्थिति में किया गया। उक्त अवसर पर छ.ग. उच्च न्यायालय बिलासपुर के डिजीटाइजेशन कमेटी के अध्यक्ष माननीय न्यायाधिपति नरेन्द्र कुमार व्यास एवं समिति के अन्य सदस्य माननीय न्यायमुर्तिगण उपस्थित रहे।
उद्घाटन अवसर पर माननीय मुख्य न्यायाधिपति द्वारा अपने उद्बोधन में बताया कि यह डिजीटल स्केनिंग सेंटर के माध्यम से न्यायालयीन दस्तावेजों का डिजिकरण कर दस्तावेजों को सुरक्षित एवं संरक्षित रूप से रखे जाने हेतु प्रयास है। जिला न्यायालय में अभिलेखों के डिजीटाइजेशन कार्य संपादित होने से, न्यायालयीन प्रकरणों के अभिलेख के सुरक्षित रख-रखाव एवं संग्रहण में सहयोग मिलेगा। न्यायालयीन कार्यवाही में कागजों का प्रयोग कम होने से एवं भविष्य में पेपरलेस कोर्ट की अवधारणा साकार होने से न्यायालयीन कार्यवाही के समय प्रबंधन में उन्नयन होगा। इसी प्रकार पक्षकारों एवं अधिवक्ताओं के लिए भी इस सुविधा से दस्तावेज प्राप्त करने एवं न्यायालयीन कार्यवाही से अवगत होने में तकनीक का सहयोग मिलने से सुलभता एवं सुगमता होगी। इस प्रकार उद्घाटन कार्यक्रम के अवसर पर माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्रीमती अनिता डहरिया, महासमुंद कलेक्टर विनय कुमार लंगेह, पुलिस अधीक्षक आशुतोश सिंह, जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अनिल शर्मा, प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश संघपुश्पा भतपहरी, द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीश अनिल कुमार पाण्डेय, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट महासमुंद आनंद बोरकर, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण महासमुंद कि सचिव श्रीमती आफरीन बानो सहित अन्य न्यायाधीशगण और विभिन्न विभागों के अधिकारी, न्यायालयीन कर्मचारीगण, अधिवक्ता संघ के पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
