5 जून 2025/ महासमुंद/ छत्तीसगढ़ शासन द्वारा विद्यालयीन शिक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ एवं सुव्यवस्थित, बेहतर और समावेशी बनाने शालाओं और शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण की कार्रवाई की जा रही है। इसी संबंध में कलेक्टर विनय कुमार लंगेह द्वारा कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में प्रेस कॉन्फ्रेंस का किया गया आयोजन ।
कलेक्टर ने प्रेसवार्ता में बताया कि शालाओं और शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण का उद्देश्य शालाओं में शिक्षकों की उपलब्धता को संतुलित करना है, ताकि विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके। इस प्रक्रिया के तहत ऐसे विद्यालयों की पहचान की जा रही है, जहां शिक्षकों की संख्या अधिक है, और उन्हें उन विद्यालयों में समायोजित किया जाएगा जहां शिक्षकों की कमी है। इस प्रकार युक्तियुक्तकरण के माध्यम से छात्र-शिक्षक अनुपात स्कूलों में संतुलित हो, यह सुनिश्चित किया जा रहा है। जिले में प्राथमिक स्तर पर छात्र-शिक्षक अनुपात 20ः78 बच्चे प्रति शिक्षक एवं पूर्व माध्यमिक शालाओं में 21ः19 बच्चे प्रति शिक्षक है, जो राष्ट्रीय औसत से बेहतर है। जिले में 15 प्राथमिक शालाएं शिक्षक विहीन एवं 316 शालाएं एकल शिक्षकीय थे। वहीं 01 पूर्व माध्यमिक शाला शिक्षक विहीन और 01 एकल शिक्षकीय था। जिले में प्राथमिक स्कूलों में 535 शिक्षक और पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में 272 शिक्षकों की आवश्यकता थी। जिसमें से 700 शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण किया गया है। जिले में प्राथमिक शालाओं में 444 एवं पूर्व माध्यमिक शालाओं में 146 शिक्षक अतिशेष था और हाई/हायर सेकेण्डरी से 110 अतिशेष व्याख्याता एवं सहायक शिक्षक विज्ञान कुल 700 अतिशेष शिक्षक संवर्ग को समायोजित किया गया। इस तरह जिले में 09 शालाओं का समायोजन किया गया है, जबकि 1957 स्कूलों में 1948 से स्कूल यथावत संचालित होंगे। युक्तियुक्तकरण के बाद जिले में एक भी शाला शिक्षक विहीन नहीं है और न ही एकल शिक्षकीय है।
जिले में 01 एवं 02 जून को युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया की गयी थी । युक्तियुक्तकरण के पहले दिन शिक्षकों ने युक्तियुक्तकरण का बहिष्कार किया था इस सवाल के जवाब मे कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने बताया कि युक्तियुक्तकरण के पहले दिन शिक्षकों के द्वारा काउंसलिंग का बहिष्कार किया गया था ,पर दोपहर बाद शिक्षक काउंसलिंग मे उपस्थित हो गये । केवल 22 अतिशेष शिक्षक काउंसलिंग मे अनुपस्थित हुवे थे जिन्हे नोटिस जारी किया गया था बाद में जिला स्तरीय समिति के द्वारा आवश्यकता वाले स्कूलों मे इनकी भी पोस्टिंग कर दी गयी।