



6 दिसंबर 2025/ महासमुंद/ जिले में टोकन नही मिलने से परेशान एक किसान ने ब्लेड से गला काटकर आत्महत्या करने का प्रयास किया । जिसकी सूचना ग्रामीणों ने किसान के परिजनो को दी , परिजन 112 की मदद से अस्पताल लाये जहां प्राथमिक उपचार के बाद किसान को महासमुंद मेडिकल कालेज रिफर कर दिया गया । किसान के पुत्र जहां टोकन न मिलने से परेशान होकर ऐसा करना बता रहे है और खल्लारी विधायक धान खरीदी में लापरवाही का आरोप लगा रहे है तो वही प्रशासन आरोपो को खारिज करते हुवे जांच की बात कर रहा है ।
महासमुंद जिले के बागबाहरा विकास खण्ड के ग्राम सेनभाठा के रहने वाले 65 वर्षीय मनबोध गाड़ा के पास 01 एकड़ 40 डिसमिल कृषि भूमि है ,जिसमें इन्होने धान लगा रखा है । मनबोध तीन दिनो से च्वाइस सेंटर जा रहे थे टोकन कटवाने के लिए ,पर इनका टोकन कुछ तकनीकी कारणों से कट नही पा रहा था । मनबोध आज सुबह आठ बजे गाय चराने के लिए घर से निकले और खेत जाकर ब्लेड से अपने गले को काट लिया । आने जाने वाले लोगो ने देखा तो उनके परिजन को सूचना दी । परिजन मौके पर जाकर 112 की मदद से मनबोध को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बागबाहरा लाया ,जहां प्राथमिक उपचार के बाद महासमुंद मेडिकल कालेज रिफर कर दिया गया । मनबोध को महासमुंद मेडिकल कालेज लाया गया जहां स्थिति गंभीर देखते हुवे रायपुर मेकाहारा रिफर कर दिया गया । किसान के परिवार में कुल 11 सदस्य है । किसान के पुत्र शंकर ने बताया कि धान का टोकन नही कटने से परेशान थे और आज ऐसा कदम उठा लिये ।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बागबाहरा के ब्लाक चिकित्सा अधिकारी बी एस बढ़ई ने बताया कि एक केस अभी कुछ देर पहले आया है जिसे प्राथमिक उपचार के बाद महासमुंद के लिए रिफर कर दिया गया है ।
इस पूरे मामले में कांग्रेस के खल्लारी विधायक द्वारिकाधीश यादव भाजपा पर धान खरीदी में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुवे जांच कराकर दोषी पर कार्यवाही की मांग कर रहे है ।
इस पूरे मामले मे बागबाहरा के एसडीएम नमिता मारकोले ने बताया कि सेनभाठा के किसान मनबोध द्वारा टोकन न कटने से आत्महत्या करने का प्रयास की सूचना मिली है । मनबोध का खेमडा सोसाइटी में एक एकड़ का पंजीयन है । किसान सोसायटी में टोकन कटवाने नही गया था । जांच के बाद ही कारण का पता चल पायेगा ।
गौरतलब है कि किसान की बेटी की शादी आने वाले अप्रैल माह में होनी थी । जिसे लेकर किसान चिंतित था। बहरहाल किसान की स्थिति गंभीर है और जांच के बाद ही पता चलेगा कि किसान ने ऐसा क्यो किया ।

