




14 दिसंबर / महासमुंद / महर्षि विद्या मंदिर मचेवा महासमुंद में शनिवार को विज्ञान एवं कॉमर्स प्रदर्शनी एवं फूड फेस्ट आनंद मेला का भव्य आयोजन किया गया। जिसमें नवाचार, रचनात्मकता और सामुदायिक सहयोग की झलक देखने को मिली। कार्यक्रम विद्यालय के प्राचार्य राजेश कुमार तिवारी के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। कार्यक्रम प्रभारी के रूप में संदीप शर्मा ने कार्यक्रम की कमान संभाली। इस अवसर पर मुख्य अतिथि विजय लहरे जिला शिक्षा अधिकारी महासमुंद एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में नंद किशोर सिन्हा सहायक संचालक जिला शिक्षा अधिकारी महासमुंद एवं माता कर्मा महाविद्यालय से कॉमर्स के विभागाध्यक्ष मनोज शर्मा उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ भारतीय परंपरा के अनुसार मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर एवं माल्यार्पण के बाद विधिवत् गुरु पूजन से प्रारंभ किया गया। गुरु पूजन को विधिवत करवाने का कार्य विद्यालय के सिद्धि शिक्षक सुभाष पाण्डेय द्वारा किया गया। इसके पश्चात अतिथि देवो भवः की सुंदर परंपरा को निभाते हुए समस्त अतिथि गण को श्रीफल एवं शॉल से सम्मानित किया गया। इसके पश्चात स्वागत उद्बोधन मे शाला के प्राचार्य ने बताया विद्यालय के छात्रों की वैज्ञानिक दृष्टिकोण और समस्या- समाधान कौशल को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। अंत मे विद्यार्थियों की उपलब्धियों पर गर्व व्यक्त किया तथा वैज्ञानिक शिक्षा को वास्तविक जीवन के प्रयोग और रचनात्मकता से जोड़ने के महत्त्व पर प्रकाश डाला। इसके बाद मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा भी बच्चों को विभिन्न जानकारियां प्रदान की एवं गुरु की महिमा के बारे बताते हुए सभी वद्यार्थी से अपने गुरुओं का सम्मान करने की बात कही। तत्पश्चात समस्त अतिथिगण एवं प्राचार्य द्वारा विभिन्न प्रदर्शनीयों का अवलोकन करते हुए विद्यार्थियों से प्रश्नोत्तरी भी किया गया। विज्ञान एवं कॉमर्स प्रदर्शनी में विभिन्न कक्षाओं के छात्रों द्वारा मॉडल प्रदर्शित किया गया। विद्यार्थियों द्वारा वर्किंग माडल बनाए गए थे वहीं आनंद मेला में पारंपरिक पकवान बनाकर स्टाॅल लगाया गया था जिसे समस्त अतिथियों , अभिभावकों और शिक्षकों की उपस्थिति ने छात्रों के प्रदर्शन को भूरी भूरी प्रशंसा किया। कार्यक्रम का सफल संचालन हिंदी के व्याख्याता नंद कुमार साहू द्वारा किया गया एवं आभार प्रदर्शन कॉमर्स के व्याख्याता गोविंद सिंह ठाकुर द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के समस्त शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने अपना सहयोग प्रदान किया।


