16 मई 2025/ महासमुंद/ आर्थिक रुप से कमजोर परिवारों का आवास का सपना सच करने एवं सभी के पास अपना आवास हो इस उद्देश्य से शुरु की गयी प्रधानमंत्री आवास योजना मे भी कर्मचारी गड़बड़झाला करने से बाज नही आ रहे है । ऐसा ही मामला महासमुंद जिले में सामने आया है । 8 वर्ष पहले एक हितग्राही के नाम आवास स्वीकृत हुआ ,पर कर्मचारियों उसे आवास देने के बजाय उसी नाम के दूसरे व्यक्ति को आवास का लाभ दे दिये ,जिसके नाम आवास स्वीकृत ही नही था और आवास बनकर तैयार हो गया । उसके बाद शासकीय सभी रिकार्ड मे आवास योजना का लाभ देना दर्शा दिया गया । जब जिसके नाम आवास स्वीकृत था उसे पता चला तो वह अब शासकीय कार्यालय से लेकर पी एम ओ पी जी तक शिकायत कर इंसाफ की गुहार लगा रहा है ,वही जिम्मेदार आला अधिकारी कार्यवाही की बात कह रहे है ।
दरअसल शत्रुहन साहू पिता अभेयराम साहू पहले ग्राम बंजारी पंचायत लोहारडीह मे रहता था और किरान दुकान संचालित करता था । कुछ समय बाद शत्रुहन साहू कमाने के लिए बाहर चला गया और जब कुछ दिन बाद वापस आया तो ग्राम बिरकोनी मे रहने लगा । वर्ष 2024-25 मे शत्रुहन साहू ने अपने पत्नी राज कुमारी साहू के नाम प्रधानमंत्री आवास के लिए आवेदन किया तो उसे चौंकाने वाली बात पता चली । बिरकोनी मे उसे बताया गया कि आप के नाम प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत है इसलिए आप को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दोबारा नही मिल सकता । तब शत्रुहन साहू ने सारी जानकारी निकाली तो उसे पता चला कि जब वो ग्राम बंजारी मे था तब वर्ष 2016 मे सर्वे हुआ था और SECC सूची 2011के आधार पर पात्र पाये जाने पर वर्ष 2017-18 मे प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत हुआ था । जिसका लाभ इन्हे न देकर उस समय के तत्कालीन कर्मचारियों ने इनके नाम के आवास को ग्राम बंजारी के ही शत्रुहन केंवट पिता बिसहत को दे दिया है । उसके बाद से तीन माह से शत्रुहन साहू इंसाफ पाने के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर काट रहा है । शत्रुहन साहू की शिकायत पर चार सदस्यीय टीम का गठन कर जांच कराया गया । जांच टीम ने 19 मार्च 2025 को जिला पंचायत सी ई ओ को जांच रिपोर्ट सौंप दी । जांच मे स्पष्ट लिखा है कि ग्राम बंजारी के समान नाम के व्यक्ति शत्रुहन पिता बिसहत केंवट को आवास का लाभ दिया गया ,जो योजानांतर्गत जारी नियमों के विरुद्ध है । अपात्र हितग्राही शत्रुहन पिता बिसहत केंवट से राशि वसूली की कार्यवाही किया जाना उचित होगा । इस प्रकार प्रधानमंत्री आवास योजना मे चल रहे गड़बड़झाले का उजागर हुआ । पीड़ित व्यक्ति अब इंसाफ के लिए तीन माह से दर – दर भटक रहा है ।
इस पूरे मामले मे जब मीडिया ने जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से सवाल किये तो महोदय कार्यवाही किये जाने का रटारटाया राग अलाप रहे है और पीड़ित के पास पक्का मकान होने का हवाला देते हुवे पीड़ित पर भी कार्यवाही की बात कह रहे है ।
गौरतलब है कि इस प्रकरण से साफ हो गया है कि कर्मचारी- अधिकारी प्रधानमंत्री के महत्वाकांक्षी योजना मे भी पलीता लगाने से बाज नही आ रहे है । बहरहाल इस प्रकरण मे अब देखना होगा कि कब तक दोषियों पर कार्यवाही होगी ताकि आने वाले समय में कोई भी केन्द्र व राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी योजनाओं मे पलीता न लगा सके ।