13 फरवरी 2024 महासमुंद- – महिलाओं को चूल्हे से मुक्ति दिलाने के उद्देश्य से शुरू की गई उज्ज्वला योजना के तहत महासमुंद जिले मे बड़ा गड़बड़ झाला सामने आया है । दर्जनों हितग्राहियों को कागजों पर उज्ज्वला योजना का लाभ तो दे दिया गया और सब्सिडी भी खाते मे आने लगी ,पर आज तक हितग्राहियो ने उज्जवला योजना का न तो चूल्हा देखा , न ही गैस देखा , अभी भी लकड़ी जलाकर खाना पकाने को मजबूर है । परेशान महिलाये जहां अब कलेक्टर से गुहार लगाते हुवे गैस व चूल्हा दिलाने की फरियाद कर रही है ,वही आला अधिकारी जांच के बाद कार्यवाही का आश्वासन दे रहे है ।
कलेक्ट्रोरेट परिसर मे जो ये महिलाये आवेदन लिए खड़ी है ,ये वही पीडित महिलाये है ,जो महासमुंद जिले के ग्राम पंचायत कोसरंगी की है । जिनके गांव मे लगभग 6-7 महीने पहले एक शिविर के माध्यम से 27 पात्र हितग्राहियो मे से तीन हितग्राही को गौरव गैस एजेंसी के द्वारा उज्जवला योजना का गैस व चूल्हा वितरण किया गया , शेष 24 पात्र हितग्राहियो को जल्द उज्जवला योजना के तहत गैस व चूल्हा देने की बात कह कर टाल दिया गया । पात्र महिलाये कई बार गौरव गैस एजेंसी आकर गैस , चूल्हा व कनेक्शन प्रमाण पत्र की मांग की ,लेकिन हर बार एजेंसी संचालक के द्वारा कनेक्शन आने पर देने की बात कही गयी । हद तो तब हो गयी जब पात्र महिलाओं ने अपना बैंक पास बुक अपडेट कराया तो उनके खाते मे बकायदा 261 रुपये एलपीजी गैस की सब्सिडी चार- पांच बार आई दिखी । उसके बाद महिलाओं को पता चला कि उन्हे उज्जवला योजना का न तो गैस मिला और न ही चूल्हा ,पर सब्सिडी बकायदा उनके खाते मे आ रही है कही न कही उनके साथ धोखाधड़ी हुई है । उसके बाद पीड़ित महिलाओं ने कलेक्ट्रोरेट पहुंचकर कलेक्टर से योजना का लाभ दिलाने के लिए गुहार लगा रही है।
इस पूरे मामले मे अपर कलेक्टर निर्भय साहू ने बताया कि महिलाओं के द्वारा गैस , चूल्हा नही मिलने व सब्सिडी खाते मे आने की शिकायत की गयी है , जिसपर जांच कराकर उचित कार्यवाही की जायेगी।
खाद्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार महासमुंद जिले में कुल 2 लाख 356 हितग्राहियों को जिले के 18 गैस एजेंसी के द्वारा योजना का लाभ दिया गया है और ये एक गैस एजेंसी का मामला सामने आया है । प्रशासन अगर इसमे सूक्ष्मता से जांच करे तो और भी मामले सामने आ सकते है ।